शिवाजी महाराज द्वारा अफ़ज़ल खान का वध Afzal Khan ka Vadh
У вашего броузера проблема в совместимости с HTML5
अफजल खान बीजापुर की आदिल शाही हुकूमत का सबसे लड़ाका था। वह अपनी जीत के लिए किसी हद तक जा सकता था और कुछ भी कर गुजरने के लिए हमेशा तैयार रहता था। बीजापुर और मराठों के बीच हुई लड़ाई में आदिल शाह की मां ने मराठों पर कब्जा करने के लिए अफजल खान को भेजा था। अफजल खान युद्ध से पहले छल से शिवाजी महाराज की हत्या करना चाहता था। उसने शिवाजी महाराज को प्रतापगढ़ के पास मिलने का संदेश भेजा। शिवाजी ने खान का यह संदेश स्वीकार किया और दोनों की मुलाकात का स्थान तय हुआ।
बाघ के नाखून से बने हथियार से चीरा था पेट
शिवाजी महाराज और अफजल खान की मुलाकात प्रतापगढ़ के पास शामियाने में हुई थी। अफजल खान जैसे ही शिवाजी महाराज से गले मिला उसने हाथ में बंधा चाकू शिवाजी की पीठ में घोपने की कोशिश की। शिवाजी ने सतर्कता बरती और अफजल खान का पेट बाघनख (बाघ के नाखून से बना हथियार) से चीर दिया। इसे देख अफजल खान के वकील ने शिवाजी महाराज पर हमला करने का प्रयास किया और इसका फायदा लेकर अफजल खान शामियाने से बाहर भागने में कामयाब हुआ। शिवाजी महाराज को पता था कि खान धोखा देनेवाला है इसलिए वे पहले से ही हाथ में बाघनख पहने हुए थे।
#AfzalKhan
#Shivaji
#Tanaji