У вашего броузера проблема в совместимости с HTML5
शीत युद्ध के बाद यह पहला मौक़ा है जब रूस बड़े पैमाने पर क़रीब तीन लाख सैनिकों के साथ सैन्य अभ्यास कर रहा है. पूर्वी साइबेरिया में किए जा रहे इस सैन्य अभ्यास को 'वोस्टोक-2018' का नाम दिया गया है. इसमें चीन के 3200 सैनिक भी शामिल हो रहे हैं. चार दशकों के सबसे बड़े सैन्य अभ्यास के ज़रिए क्या अमरीका के साथ टकराव के लिए ख़ुद को तैयार कर रहा है रूस?