गौरव हत्याकांड के बाद बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह का हो रहा है तेजी से वीडियो वायरल
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बीएचयू आये दिन अराजक घटनाओं से दहल रहा है। कल शरेशाम एमसीए के छात्र गौरव सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस मामले में 4 छात्रों के साथ साथ बीएचयू की सुरक्षा व्यवस्था की देख रेख कर रही चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह के नाम लंका थाने में नामजद मामला दर्ज किया गया है। अपने पद ग्रहण करने के साथ साथ विवादों में रहने वाली रोयना सिंह का एक और मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो बीते मार्च महीने का बताया जा रहा है जिसमे साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बीएचयू वीसी व चीफ प्रॉक्टर ट्रामा सेंटर से बाहर आ रहे है। इस दौरान वहां गेट पर मौजूद एक सुरक्षाकर्मी को चीफ प्रॉक्टर द्वारा न सिर्फ थप्पड़ मारा गया बल्कि उसे धक्का देते हुए वहां से हटा दिया। गौरतलब है कि अपने पदग्रहण के बाद से ही चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह हमेशा विवादों में बनी रही है जिसमे भ्रष्ट्राचार से लेकर तमाम आरोप उनपर लगते भी रहे है लेकिन सत्तापक्ष के बेहद करीबी माने जानी वाली रायना सिंह पर आजतक कोई कार्यवाही नही की गई। जिससे यह साफ तौर पर जाहिर होता है कि महामना की बगिया में शांति का संदेश देने वाला बीएचयू प्रशाशन इस बात को लेकर कितना चिंतित है । हालांकि वीडियो के सामने आने के बाद बीएचयू प्रशाशन इस बात पर कुछ भी बोलने से साफ तौर पर इनकार कर रहा है लेकिन इसकी सच्चाई तो साफ तौर पर स्पस्ट नजर आ रही है अब देखना होगा कि हमेशा की तरह ही चीफ प्रॉक्टर के कृत्यों पर पर्दा डालने वाला बीएचयू प्रशाशन इस बार भी उनके समर्थन में खड़ा होता नजर आता है या फिर इनके खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही की जाती है
रॉयना सिंह विश्वविद्यालय की एक्सीडेंटल चीफ प्रॉक्टर उस वक्त बनाई गई जब 2017 में विश्वविद्यालय में छेड़खानी की घटना को लेकर छात्राएं धरने पर बैठी जिसके बाद उन लाठीचार्ज हुआ ।। इस घटना के बाद तत्कालीन चीफ प्रॉक्टर को हटाया गया और उनका स्थान लिया रॉयना सिंह ।। लेकिन जिस लिए रॉयना सिंह को लाया गया उसके ठीक उलटा हुआ । महीने भर भी नही बीते की इनके कार्यशैली पर सवाल उठने लगें ।। विश्वविद्यालय में आएदिन बवाल होने लगें । जिसे रोक पाने में रॉयना सिंह असफल होती आ रही हैं ।। खास बात ये रही कि सभी बवालों में छात्राओं व छात्रों का गुस्सा चीफ प्रॉक्टर पर ही नजर आया ।। इन सब के बीच जब इनकी कार्यशैली पर सवाल उठाया गया तो विश्वविद्यालय के कुलपति का कहना था कि वो मेरी खास हैं ।
कुलपति के इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रॉयना सिंह का दबदबा विश्वविद्यालय में कितना होगा । शायद यहीं कारण हैं कि लगभग आधे दर्जन से अधिक मुकदमा दर्ज होने जाने के बाद भी विश्विद्यालय ने उनके ऊपर कोई जांच नही बैठाई । लिहाजा रॉयना सिंह का खुद को बिना वर्दी का लेडी सिंघम समझना जायज है ।